गति, वर्धन, सन्तति वर्धन, लिन्ग भिन्नता एवम लिन्गीय स्वचालित सन्तति वर्धन प्रणाली-के अस्तित्व में आने को विज्ञान मूलतः संयोग ही मानता है,कोई निश्चित धारणा नहीं है।
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गति, वर्धन, सन्तति वर्धन, लिन्ग भिन्नता एवम लिन्गीय स्वचालित सन्तति वर्धन प्रणाली-के अस्तित्व में आने को विग्यान मूलतः संयोग ही मानता है, कोई निश्चित धारणा नहीं है।